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शुक्रवार, 14 अप्रैल 2017

नारायण राणे जैसे महाभ्रष्ट नेताओं को पार्टी में शामिल कर भाजपा अपने ही पैरों पर कुल्हाड़ी मारेगी

हरेश कुमार


महाराष्ट्र और कोंकण क्षेत्र में जनता के बीच पकड़ रखने वाले Narayan Rane जैसे महाभ्रष्ट नेताओं को आप पार्टी में शामिल करके तात्कालिक फायदा तो ले लेंगे, लेकिन आगे चलकर यह Bharatiya Janata Party (BJP) BJP Maharashtra पार्टी के खात्मे की वजह बन जाएगा।

कल तक यह पार्टी ऐसे नेताओं के भ्रष्टाचार व घोटाले के खिलाफ आवाज उठाती थी। आगे चलकर कार्यकर्ता घर बैठ जाएंगे, जिन्होंने दिन-रात मेहनत की और मलाई Devendra Fadnavis Nitin Gadkari खा रहे हैं, ऐसे तत्वों को आगे बहुत महंगा पड़ने वाला है

लोकसभा चुनाव के समय बीजेपी के प्रधानमंत्री कैंडिडेट Narendra Modi की नजर में Sharad Pawar की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी natural corrupt party थी। इनके भतीजे Ajit Pawar पर महाराष्ट्र में 70 हजार करोड़ से अधिक का सिंचाई घोटाला करने का आरोप है, लेकिन चुनाव बाद PMO India शरद पवार को पद्मभूषण अवॉर्ड देते हैं।
इसके बाद PMO India की वैल्यू मेरे जैसे लोगों के लिए खत्म हो जाती है। क्योंकि एक साथ आप दोहरी या दोगली बातें करो, ये हमें बर्दाश्त नहीं।
अन्यथा Indian National Congress में क्या बुराई है। वो भी तो ऐसे ही करती रही है। भ्रष्टाचारियों को समर्थन और बचाव, जिसके कारण पार्टी की आज ऐसी हालत हुई है। अगर कांग्रेस Lalu Prasad Yadav Ashok Chavan Bhupinder Singh Hooda जैसे नेताओं के भ्रष्टाचार का बचाव न करती तो आज ऐसी स्थिति न होती।
Bharatiya Janata Party (BJP)आज के समय में भले ही मतदाताओं की पहली पसंद हो, लेकिन जिस तरह से सभी दलों के भ्रष्ट नेताओं को वो पार्टी में शामिल कर रही है इससे आने वाले समय में यह उबाल खत्म हो जाएगा।
Aam Aadmi Party और Arvind Kejriwal की गलतियों से सबक न लेते हुए अगर Amit Shah Rashtriya Swayamsevak Sangh : RSS Narendra Modi सिर्फ तात्कालिक फायदा देखेंगे तो पार्टी 10 साल के अंदर में पुनर्मूषिको भव: की नीति पर वापस 2 सीटों पर आ जाएगी।
दिल्ली महानगरपालिका देश के सबसे भ्रष्ट संस्थाओं में आती है, इस पर काबिज BJP Delhi पुराने पार्षदों की सीट अदला-बदली करके या Aam Aadmi Party - Delhi Indian National Congress की आपसी फूट के कारण भले ही जीत जाए, लेकिन आम लोगों की नजर में एकाध नेताओं को छोड़ दिया जाए तो सारे भ्रष्ट और निकम्मे हैं। एक भी पार्षद आपको नहीं मिलेंगे जिन्होंने अपने वार्ड में सही से काम किया हो। चुनाव के समय एक्टिव रहने वाले ये पार्षद ऐसे बेहूदे लोग हैं जिनसे आप मिलने जाओ तो समय नहीं देते थे। राजनीतिज्ञों के प्रति लोगों की सोच एक दिन में नहीं बदली है। ये किसी भी दल से हों, सारे चोर हैं।
आप एक भी ऐसा मामला नहीं गिना सकेंगे जिसमें किसी विपक्षी नेता के खिलाफ कठोर कार्रवाई किसी भी दल ने की हो, क्योंकि सभी के तार आपस में जुड़े हुए हैं। चुनाव के समय रॉबर्ट वाड्रा और अन्य पर दिन-रात शोर मचाने वाले अब आपको नहीं मिलेंगे।
देश की जनता आपको देख रही है। पॉपुलर राजनीति और तुष्टिकरण की नीतियों के कारण कांग्रेस से देश की जनता क मोहभंग हुआ। Arvind Kejriwal को लगा कि वह Indian National Congress की जगह खाली राजनीतिक स्थान की भरपाई कर देगी और वो तुष्टिकऱण की नीति पर चलने लगी। आज की तिथि में Aam Aadmi Party के मतदाता कठमुल्लों और वामपंथियों के अलावा कोई नहीं है। पानी और बिजली पर इस पार्टी ने काम किया और इसका लाभ भी मिला, लेकिन जल्द से जल्द सब कैश कर लेने की चाहत ने कहीं का नहीं छोड़ा।

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