राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव और योग गुरु बाबा रामदेव के रिश्तों में आए इस बदलाव के बीच आइए एक बार उन बयानों पर नजर डालें जो दोनों ने एक-दूसरे को लेकर दिए थे जो कुछ दिनों पहले तक खूब सुर्खियां बटोर चुके हैं...।
आंदोलन छोड़ केवल योग करें रामदेव : लालू
2012 में भ्रष्टाचार के खिलाफ अन्ना हजारे के आंदोलन के बीच में ही टीम अन्ना के भंग हो जाने के बाद लालू ने बाबा रामदेव पर तंज कसा था। उन्होंने सलाह दी थी कि योगगुरु भी अब आंदोलन की बजाय केवल योग पर ध्यान दें। चुटकी लेते हुए उन्होंने कहा था कि उनमें अनशन जारी रखने की क्षमता नहीं है। गिरफ्तारी के डर से वे भाग खड़े हुए थे।
पगलेट हैं बाबा रामदेव : लालू
बाबा रामदेव ने छत्तीसगढ़ के दुर्ग शहर में भ्रष्टाचार और काले धन के खिलाफ अपनी यात्रा की शुरुआत करते हुए कहा था कि संसद के भीतर कुछ लोग अच्छे हैं, लेकिन अधिकतर लुटेरे और जाहिल बैठे हैं। रामदेव ने सांसदों को हत्यारा तक करार देते हुए कहा था कि संसद में बैठे लोग इंसान के रूप में शैतान हैं। इसपर लालू यादव ने कहा था, 'रामदेव मेंटल केस हैं। बाबा रामदेव पगला गए हैं। जो भी इस प्रकार की बातें करता है वह पगलेट है।'
रामदेव डिरेल हो गए हैं : लालू
बिहार विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान लालू ने रामदेव को दवा बेचने वाला बताते हुए कहा था कि बाबा रामदेव 'डिरेल' हो गए हैं। वे काले धन पर बहुत बोलते थे, लेकिन अब क्यों चुप हो गए हैं?
रामदेव सबसे बड़े पूंजीपति : लालू
कुछ ही दिन पहले लालू यादव ने कहा था कि देश में जितने भी हाई-फाई संत हैं, उनकी संपत्तियों की जांच होनी चाहिए। उन्होंने बाबा रामदेव को दुनिया और देश का सबसे बड़ा पूंजीपति और व्यापारी कहा था।
आसाराम के रास्ते पर रामदेव : लालू
2014 में लालू यादव ने कहा था कि रामदेव का हाल भी आसाराम जैसा ही होगा। उन्होंने कहा था, 'रामदेव आसाराम के रास्ते पर चल रहे हैं। वह आजकल मोदी के राजनीतिक गुरु का रोल कर रहे हैं। लोगों को असली संत और बहरुपिए के बीच फर्क करना आना चाहिए।
बाबा डिरेल हो गए हैं : लालू
लालू ने रामदेव के लिए कहा था कि रामदेव साधु नहीं स्वाधू (भोगी) हैं। वे महाराज नहीं, दवा बेचने वाले हैं। लालू ने रामदेव को डिरेल भी बताया था।
...और रामदेव ने लालू को कहा था कंस का वंशज
बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान लालू के गोमांस खाने के विवादित बयान के विरोध में रामदेव ने कहा था कि लालू ने यादव वंश को कलंकित किया है। ऐसा इंसान कृष्ण का नहीं, कंस का वंशज हो सकता है। यह बयान रामदेव ने तब दिया था जब गोमांस विवाद पर लालू ने कहा था कि हिन्दू भी गोमांस खाते हैं। जो मांस खाता है, उसके लिए गोमांस क्या और बकरे का मांस क्या।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें