हरेश कुमार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए तुष्टिकरण की नीति पर करारी चोट करते हुए कहा-
कब्रिस्तान बनाया जाये तो श्मसान भी बने। रमजान में बिजली रहे तो दिवाली में भी रहे..।जिंदगीभर तुष्टिकरण को बढ़ावा देने वाले और हिंदू-मुस्लिम को मात्र वोटर समझने वाले और हमेशा दलाली करने वाले दलालों ने यहां भी सांप्रदायिक खोज लिया।
एक पूर्व संपादक हैं उन्हें एक समाचारपत्र में एक खास पार्टी के दो साल पूरा होने पर चारों तरफ हरियाली दिखती है, जबकि जनता के बीच जाकर देखें इन नेताओं को दौड़ा-दौड़ा कर नहीं पीटे तो फिर कहना। दूसरी पार्टियों खासकर बीजेपी और प्रधानमंत्री में इन्हें सिर्फ सांप्रदायिकता और देश को तोड़ने वाली गतिविधि नजर आती है, क्योंकि आंखों पर राजनीतिक समर्थन और विरोध का जो चश्मा चढ़ा है वह सही चीज देखने नहीं देता।
इन सबके अनुसार, भाजपा के केंद्र में आने के बाद विकास गतिविधियों पर एक तरह से रोक लग गई है और देश गर्त में जा रहा है।क्योंकि अब ऐसे चंपक लालों को सत्तारूढ़ दल कई ओर से घास नहीं डाली जा रही। ऐसे चंपकलाल और इन्हें समर्थन दे रहा अवॉर्ड रिटर्न गिरोह चर्चा में बने रहने के लिए प्रधानमंत्री के हर कदम को गलत ठहराना अपना धर्म समझता है।ये आलोचना नहीं करते, आंख मूंदकर हर बात का विरोध करना इनका धर्म बन चुका है।
आलोचना तो जरूरी है चाहे वो किसी का शासन हो। मैं तो कहता हूं कि मुल्ला टीवी और इसका एंकर एक बार फिर से अपना पर्दा ही नहीं, मुंह भी काला कर ले।
Narendra Modinarendra PMO India : Report CardpmoPMOIndiapmoindia Arvind Kejriwalarvind #UPElection
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए तुष्टिकरण की नीति पर करारी चोट करते हुए कहा-
कब्रिस्तान बनाया जाये तो श्मसान भी बने। रमजान में बिजली रहे तो दिवाली में भी रहे..।जिंदगीभर तुष्टिकरण को बढ़ावा देने वाले और हिंदू-मुस्लिम को मात्र वोटर समझने वाले और हमेशा दलाली करने वाले दलालों ने यहां भी सांप्रदायिक खोज लिया।
एक पूर्व संपादक हैं उन्हें एक समाचारपत्र में एक खास पार्टी के दो साल पूरा होने पर चारों तरफ हरियाली दिखती है, जबकि जनता के बीच जाकर देखें इन नेताओं को दौड़ा-दौड़ा कर नहीं पीटे तो फिर कहना। दूसरी पार्टियों खासकर बीजेपी और प्रधानमंत्री में इन्हें सिर्फ सांप्रदायिकता और देश को तोड़ने वाली गतिविधि नजर आती है, क्योंकि आंखों पर राजनीतिक समर्थन और विरोध का जो चश्मा चढ़ा है वह सही चीज देखने नहीं देता।
इन सबके अनुसार, भाजपा के केंद्र में आने के बाद विकास गतिविधियों पर एक तरह से रोक लग गई है और देश गर्त में जा रहा है।क्योंकि अब ऐसे चंपक लालों को सत्तारूढ़ दल कई ओर से घास नहीं डाली जा रही। ऐसे चंपकलाल और इन्हें समर्थन दे रहा अवॉर्ड रिटर्न गिरोह चर्चा में बने रहने के लिए प्रधानमंत्री के हर कदम को गलत ठहराना अपना धर्म समझता है।ये आलोचना नहीं करते, आंख मूंदकर हर बात का विरोध करना इनका धर्म बन चुका है।
आलोचना तो जरूरी है चाहे वो किसी का शासन हो। मैं तो कहता हूं कि मुल्ला टीवी और इसका एंकर एक बार फिर से अपना पर्दा ही नहीं, मुंह भी काला कर ले।
Narendra Modinarendra PMO India : Report CardpmoPMOIndiapmoindia Arvind Kejriwalarvind #UPElection
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